अनुपस्थितियों की अनुगूँज

 पद्मश्री गोपाल दास नीरज,प्रख्यात कवि वीरेंद्र डंगवाल,गीतकार किशन सरोज,डॉ ब्रजेंद्र अवस्थी,डॉ उर्मिलेश,उस्ताद बिस्मिल्लाह खान,बदायूँ के ज़ाफ़र हुसैन कव्वाल सहित डेढ़ सौ दिग्गज कलाकारों की आवाज़ धरोहर के रूप में आकाशवाणी दिल्ली के केंद्रीय संग्रहालय की सेंट्रल आर्काइव की गोल्ड केटेगरी में सदा के लिए संरक्षित कर हम सभी साहित्यप्रेमियों और संगीत प्रेमियों के लिए अनमोल उपहार दिया है।

लोक संस्कृति को सहेजने और तमाम विधाओं से जुड़े कलाकारों से लोगों को रूबरू कराने के लिए आकाशवाणी रामपुर समय-समय रिकार्डिंग करता रहा है।2013 में ऑल इंडिया रेडियो ने उन हस्तियों की आवाज़ और कला को धरोहर के तौर पर संजोने का फ़ैसला किया था जो अब इस दुनिया में नहीं हैं।रुहेलखण्ड की ज़िम्मेदारी रामपुर आकाशवाणी को मिली।उसके द्वारा चुने गए इन अनमोल नगीनों की आवाज़ों को केन्द्रीय आकाशवाणी ने दुर्लभ मान कर इन्हें सहेज लिया।
सच है,ऐसी अनमोल ज़िन्दगी जीना हर किसी की क़िस्मत में नहीं होता।नमन इन सभी शानदार शख़्सियतों को और बधाई आकाशवाणी को इस बढ़िया कार्य के लिए।



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